PM Crop Insurance Scheme: भारत में किसान सिर्फ अन्नदाता ही नहीं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था की सबसे मज़बूत नींव भी हैं। लेकिन जब मौसम की मार, बेमौसम बारिश, सूखा या कीटों का प्रकोप फसलों को बर्बाद कर देता है, तो किसानों की मेहनत और उम्मीदें दोनों मिट्टी में मिल जाती हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक बड़ी राहत बनकर सामने आती है। अब 2025 में सरकार ने इस योजना में बड़ा बदलाव करते हुए मुआवजा 75% तक बढ़ा दिया है, जिससे लाखों किसानों को सुरक्षा और नई उम्मीद मिली है।
क्या है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) साल 2016 में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य यह है कि अगर किसी किसान की फसल प्राकृतिक आपदा, कीट, बीमारी या मौसम की वजह से खराब हो जाए, तो उसे मुआवजा मिल सके। किसान को सिर्फ बहुत कम प्रीमियम देना पड़ता है, जबकि बाकी राशि सरकार देती है। खरीफ फसलों पर 2% तक, रबी फसलों पर 1.5% और व्यवसायिक या बागवानी फसलों पर 5% तक का प्रीमियम लिया जाता है।
किसानों के लिए नया बदलाव 75% तक का मुआवजा
सरकार ने 2025 में बड़ा अपडेट जारी किया है। अब किसान को फसल नुकसान होने पर कुल बीमा राशि का 75% तक मुआवजा मिलेगा। यह मुआवजा सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा, ताकि उन्हें समय पर आर्थिक मदद मिल सके। इतना ही नहीं, प्रक्रिया को और आसान बना दिया गया है। यदि फसल खराब होती है, तो किसान को 72 घंटे के अंदर इसकी सूचना देनी होगी और उसके बाद सर्वे के आधार पर मुआवजा तय कर दिया जाएगा।
डिजिटल तकनीक से तेज़ होगा भुगतान
नई व्यवस्था में सरकार ने आधुनिक तकनीकों को भी शामिल किया है। अब ड्रोन से खेतों की निगरानी की जाएगी, सैटेलाइट से तस्वीरें ली जाएंगी और किसानों को मोबाइल पर मैसेज से अपडेट भेजा जाएगा। इससे सर्वे और भुगतान की प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी हो जाएगी।
किन फसलों को मिलेगा बीमा लाभ
इस योजना के तहत खरीफ और रबी दोनों मौसम की मुख्य फसलें शामिल हैं। धान, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन, मूंग, उड़द, मूंगफली, अरहर और तिल जैसी फसलें बीमा के दायरे में आती हैं। किसानों को आवेदन की तय तारीख के भीतर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है, तभी वे इसका लाभ उठा सकते हैं।
कैसे करें आवेदन
पीएमएफबीवाई का लाभ लेने के लिए किसान आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं या नजदीकी बैंक और जनसेवा केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। आधार कार्ड, बैंक पासबुक और जमीन के कागज़ आवेदन के लिए जरूरी होते हैं। अगर फसल का नुकसान हो जाए तो 72 घंटे में सूचना देना अनिवार्य है।[Related-Posts]
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक जीवनरेखा है। 2025 के अपडेट के बाद यह योजना और मज़बूत हो गई है क्योंकि अब किसानों को 75% तक मुआवजा और ₹60,000 तक मदद मिल सकती है। कम प्रीमियम, आसान प्रक्रिया और सीधे बैंक खाते में भुगतान जैसी सुविधाओं ने इस योजना को और भरोसेमंद बना दिया है। हर किसान को चाहिए कि वह समय रहते इस योजना में शामिल होकर अपनी मेहनत और भविष्य दोनों को सुरक्षित करे।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। योजना की शर्तें, लाभ और नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित विभाग से जानकारी अवश्य प्राप्त करें।
Also Read:
अनुपम खेर का भावुक ऐलान Satish Kaushik की याद में स्कॉलरशिप, जरूरतमंद छात्रों को मिलेगा सहारा